कुछ ख्वाबों को पँख नहीं, बस एक आसमान चाहिए...। कुछ ख्वाबों को पँख नहीं, बस एक आसमान चाहिए...।
उड़ान ! उड़ान !
मेरी, उड़ने की ख़्वाइशें नहीं, मैं ज़मीन पर ठीक हूँ । मेरी, उड़ने की ख़्वाइशें नहीं, मैं ज़मीन पर ठीक हूँ ।
रह गए हैं बस, मैं, मेरी यादें, मेरी बातें, और मेरा साथ...! रह गए हैं बस, मैं, मेरी यादें, मेरी बातें, और मेरा साथ...!
जब सुनाई देती हैं, पन्छियों की दस्तक, पन्छियों को देखने के लिए, मुझे होता है मोहक। जब सुनाई देती हैं, पन्छियों की दस्तक, पन्छियों को देखने के लिए, मुझे होता है...
लेन देन आसान हो गया घर बैठे ही सब मंगवाना, कहीं नही अब आना जाना ओनलाईन हो गया ज़माना । लेन देन आसान हो गया घर बैठे ही सब मंगवाना, कहीं नही अब आना जाना ओनलाईन हो गय...